अजब-गजब है म्हारा हरियाणा - डॉ के पास हैं गणपति के 2500 रूप, हर रूप में अलग मैसेज
अजब-गजब
है म्हारा हरियाणा
जितेंद्र बूरा.
जितेंद्र बूरा.
जित दूध दही का खाणा, यह है मेरा हरियाणा।
कुश्ती, कबड्डी, पहलवानी, खेती और उद्योग में नाम चमकाने वाले हरियाणा में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने अपने हैरतअंगेज कारनामों से इंडिया बुक, लिम्का बुक और गिनीज बुक तक रिकॉर्ड दर्ज किए हैं। आइए जानें कुछ ऐसे ही लोगों के किस्से...
एक परिवार के तीन सदस्यों के नाम गिनीज बुक में
फरीदाबाद का एक परिवार ऐसा है जिसके तीन सदस्यों के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हैं। विश्व राय चौधरी के नाम सबसे बड़ा 11 फीट और 11 इंच का पेन बनाने का रिकॉर्ड हैं। उन्होंने एक मिनट में 198 पुश-अप्स का रिकॉर्ड भी वर्ष 2007 में बनाया। उनकी पत्नी नीरजा राय चौधरी का नाम दुनिया की सबसे बड़ी कैंची बनाने के लिये दर्ज हुआ है। इससे पहले भी नीरजा का नाम 2009 में ऑक्सफोर्ड डिक्सनरी को याद करने के लिये गिनीज बुक में दर्ज हुआ था। इस बार विश्व राय चौधरी के साले अंजुल तोमर के नाम एक मिनट में अपने सिर से बिना हाथ लगाये 120 अंडे तोड़ने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ।
डॉ के पास हैं गणपति के 2500 अलग-अलग रूप
जींद में रहने वाले दंत चिकित्सक डा. विवेक सिंगला का भी गिनीज बुक में नाम दर्ज है। उन्होंने गणेश जी की 2500 से अधिक मूर्तियों का कलेक्शन किया है। कोई भी मूर्ति आपस में मेल नहीं खाती है। इन मूर्तियाें में गणपति झूला झूलते, डांस करते, ध्यान करते जैसे अलग-अलग क्रियाओं में दिखाए गए हैं। अपने घर पर उन्होंने गणपति की प्रतिमाओं का विशेष संग्राहलय बनाया हुआ है। देश के विभिन्न शहरों और मेलों से दाम चुकाकर ये मूर्तियां जुटाई हैं।
एक परिवार के तीन सदस्यों के नाम गिनीज बुक में
फरीदाबाद का एक परिवार ऐसा है जिसके तीन सदस्यों के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हैं। विश्व राय चौधरी के नाम सबसे बड़ा 11 फीट और 11 इंच का पेन बनाने का रिकॉर्ड हैं। उन्होंने एक मिनट में 198 पुश-अप्स का रिकॉर्ड भी वर्ष 2007 में बनाया। उनकी पत्नी नीरजा राय चौधरी का नाम दुनिया की सबसे बड़ी कैंची बनाने के लिये दर्ज हुआ है। इससे पहले भी नीरजा का नाम 2009 में ऑक्सफोर्ड डिक्सनरी को याद करने के लिये गिनीज बुक में दर्ज हुआ था। इस बार विश्व राय चौधरी के साले अंजुल तोमर के नाम एक मिनट में अपने सिर से बिना हाथ लगाये 120 अंडे तोड़ने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ।
डॉ के पास हैं गणपति के 2500 अलग-अलग रूप
जींद में रहने वाले दंत चिकित्सक डा. विवेक सिंगला का भी गिनीज बुक में नाम दर्ज है। उन्होंने गणेश जी की 2500 से अधिक मूर्तियों का कलेक्शन किया है। कोई भी मूर्ति आपस में मेल नहीं खाती है। इन मूर्तियाें में गणपति झूला झूलते, डांस करते, ध्यान करते जैसे अलग-अलग क्रियाओं में दिखाए गए हैं। अपने घर पर उन्होंने गणपति की प्रतिमाओं का विशेष संग्राहलय बनाया हुआ है। देश के विभिन्न शहरों और मेलों से दाम चुकाकर ये मूर्तियां जुटाई हैं।
66 की उम्र में 3 बच्चों को दिया जन्म
हिसार के सातरोड गांव की महिला भतेरी देवी ने 66 वर्ष की उम्र में एकसाथ तीन बच्चों को जन्म दिया है। विवाहित जीवन के करीब 44 वर्ष बाद भी वह निसंतान थी। छह साल पहले भतेरी देवी ने 29 मई को नेशनल फर्टिलिटी सेंटर में इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) तकनीक के जरिए तीन बच्चों को जन्म दिया, जिनमें दो लड़के और एक बच्ची है। रोहतक जिले के एक सरकारी अस्पताल द्वारा जारी जन्म प्रमाणपत्र के अनुसार भतेरी देवी का जन्म रोहतक के मदीना गांव में 21 मई, 1944 को हुआ था। एक साथ तीन बच्चों को जन्म देने वाली यह विश्व की सबसे अधिक उम्र की महिला है। एक बच्चे की जन्म के एक माह बाद मौत हो गई। देवा सिंह और भतेरी देवी अपने दो बच्चों को अब गांव के पास निजी स्कूल में पढ़ा रहे हैं।
कंधे मिलाने के योग से बना रबड़ मैन
जींद जिले के पेगां गांव में दो एकड़ का किसान राममेहर पूनिया अब रबड़ मैन के तौर पर जाना जाता है। वर्ष 2011 में उसने अपने दोनों कंधे को मिलाते हुए उनसे लगातार 41 काम्पेक्ट डिस्क (सीडी) तोड़ने का विश्व रिकॉर्ड बनाया। तीन बेटियों और एक बेटे का पिता राममेहर इटली में भी शो कर चुका है। गिनीज बुक में नाम दर्ज करवाने वाला राममेहर को 21 जून को वर्ल्ड योग दिवस पर विशेष सम्मान की उम्मीद है। वह गांव में ही खेती कर गुजर-बसर कर रहा है।
सिगरेट के खाली डिब्बों से 5.24 किमी की चेन
गुड़गांव के सोहना में रहने वाले डा. एके राव ने सिगरेट के खाली डिब्बो का उपयोग कर बगैर किसी गोंद या अन्य चिपकाने वाले पदार्थ का इस्तेमाल किए 5.24 किलोमीटर लंबी चेन का निर्माण किया हुआ है। इस चेन की चौड़ाई 2.75 सेंटीमीटर है। उन्होंने इस चेन का निर्माण 1992 में पूना में शुरू किया। लंबी चेन को बनाने के लिए 53 विभिन्न ब्रांड के कुल 51618 सिगरेट के खाली डिब्बों का उपयोग किया। रंगबिरंगी चेन को लपेटने के लिए 18 गेज लोहे की शीट से एक विशेष प्रकार का चक्का बनाया गया है। गिनीज बुक में उनका नाम दर्ज है। डा. राव इन दिनों सोहना स्टड फार्म में घोड़ों के चिकित्सक हैं।
जहरमुक्त खेती के लिए बना दिया "कमाल''
कैथल जिले के कैलरम गांव में रहने वाले किसान ईश्वर सिंह कुंडू ने वर्ष 1985 में दिल्ली में चाय तक बनाई। बाद में गांव में आकर खेतों के लिए ऐसा अविष्कार किया कि आज वे एक ब्रांड के मालिक हैं। खेती को जहर मुक्त बनाने के लिए विभिन्न दवाइयों का तोड़ उन्होंने आयुर्वेदिक जड़ी बुटियों से निकाला है। खेती-बाड़ी के वेस्ट जैसे आक, धतूरा, अरंड, नीम के पत्ते आदि का इस्तेमाल कर कमाल 505 का अविष्कार किया। उत्पाद पंजाब युनिवर्सिटी से प्रमाणित है और इसे आईएसओ 900-0:2008 प्रमाण पत्र मिला हुआ है। 100 प्रतिशत प्राकृतिक सामग्री से बना उत्पाद अच्छी फसल उत्पादन और फसल में बीमारियों से रोकथाम और भूमि की उर्वरा बढ़ाने में कारगार है। गिनीज बुक में उनका नाम दर्ज है।
शब्दों से पेंटिंग बनाने का हुनर

सोनीपत के यशपाल गंभीर (11 अगस्त, 1971) शब्दों से पेंटिंग बनाने की अदभुत प्रतिभा के मालिक हैं। इंक पेन और पैंसिल का प्रयोग करते हुए उन्होंने रतन टाटा की 47 गुणा 61 सेंटीमीटर की तस्वीर 8 घंटे 50 मिनट में पूरी की। वर्ष 2005 में उन्होंने यह रिकॉर्ड बनाया। हाल ही में उन्होंने श्रीराम और हनुमान की 377809 शब्दों के प्रयोग से बड़ी पेंटिंग बनाई है। गंभीर प्रोफेसनल आर्टिस्ट हैं और सोनीपत में ही उनका स्टूडियो है। उनके पिता पेंटर रहे हैं। बचपन से ही वे पेंटिंग कला से जुड़े हैं।
सबसे कम उम्र के क्रिकेटर का रिकॉर्ड
सोनीपत के सागर दहिया (19 सितंबर, 2003) ने जनवरी 2010 में भिवानी में हुई हरियाणा स्टेट इंटर-सेंटर अंडर 19 क्रिकेट प्रतियोगिता में 6 साल की उम्र में खेलकर रिकॉर्ड बनाया। वे सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक हैं और उनके जैसे बनने का सपना देते हैं। सागर तीन साल की उम्र में प्रशिक्षण के लिए नेशनल क्रिकेट क्लब सोनीपत में जाने लगा। पांच साल की उम्र से उन्होंने दिल्ली की चोटी की क्रिकेट अकेडमी में खेलना शुरू किया। इन दिनों सागर प्रदेश की अंडर 14 क्रिकेट टीम के कैप्टन हैं।
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