संदेश

मई, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बॉलीवुड भी है फिदा, हम हैं हरियाणवी, म्हारी बोली म्हारा "डिठोरा" ( स्वाभिमान )

चित्र
जितेंद्र बूरा... हरियाणा की माटी में खेलकर बड़े हुए। अब बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में भेज रहे हैं। स्कूल में हरियाणवी तो दूर हिंदी तक बोलने पर पाबंदी लगाई जा रही है। घर पर बच्चे हरियाणवी बोले तो मां-बाप डांटतें है, भले खुद खूब हरियाणवी बोलते हैं। यही सोच हरियाणवी पहचान को खो रही है...।   ... दूसरी तरफ म्हारी बोली  आज देशभर मै खूब पसंद करी जा री स। बॉलीवुड वाले भी याड़ै करोड़ों खर्च करकै फिल्म बणा रहे हैं।  फिल्म व सीरियल मै कोई न कोई हरियाणवी बोली बोलणे वाला किरदार शामिल किया जा रहा है। कार्टून सीरियल तक में हरियाणवी बोली आगी । जाट की जुगनी जैसे सीरियल तो पूरी तरह हरियाणवी में खूब अच्छे चले हैं। तो हरियाणवी बोलण में शर्म किसी...या तो म्हारा स्वाभिमान स । हरियाणवी बोली पर कमा रहा बॉलीवुड देशभर में पसंद की जा रही हरियाणवी बोली पर बॉलीवुड भी फिदा है।  हमारी बोली, संस्कृति, सामाजिक ढांचे और परिवेश पर आधारित तकरीबन 300 करोड़ से ज्यादा की बॉलीवुड फिल्में बने चुकी हैं और एक हजार करोड़ से अधिक कमा चुकी हैं। मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान की दंगल हो या सुपरस्टार...

देश की तीन महान लड़ाइयों के गवाह पानीपत में हैंडलूम, टेक्सटाइल का 5500 करोड़ का कारोबार

चित्र
जितेंद्र बूरा .   फेरी लगाने से से शुरू हुआ ,  आज विदेश में पानीपत के हैंडलूम का नाम    विदेशी ताकतों से तीन लड़ाइयों के लिए जिस जमीं का इस्तेमाल किया गया आज वही पानीपत की धरती हरियाणा प्रदेश के व्यापारिक नजरिए से व्यख्यात है। आजादी के बाद पाकिस्तान से आए परिवारों ने यहां घरों में खडि्डयां लगाकर कंबल, दरी बनाने का काम शुरू किया। फेरी लगाकर गली-गली घूमकर कारोबार शुरू किया।  अब  पानीपत हैंडलूम का देश में  18  हजार करोड़ और विदेश में  5500  करोड़ का कारोबार है।   तकनीक और चुनौती का सामना करते हुए बनाया रुतबा बनाया। आइए जाने कैसे फूला फला ये कारोबार   घर में खड्डी लगाकर दरी ,  चद्दर बनाई और फेरी लगाकर गांव - गांव पहुंच कारोबार शुरू किया। व्यापार के तुजर्बे और कला के हुनर को खरीदार और वाहवाही मिली तो कारोबार बढ़ता चला गया। खड्डी की जगह आधुनिक विदेशी मशीनों ने ले ली है और घरों से निकलकर कारोबार उद्योगों में बदल गया है।  आजादी से आज तक  के सफर में दौड़ते हुए पानीपत टेक्सटाइल और हैंडलूम उद्योग का हब बन गया है। छोट...

अजब-गजब है म्हारा हरियाणा - डॉ के पास हैं गणपति के 2500 रूप, हर रूप में अलग मैसेज

चित्र
अजब - गजब है म्हारा हरियाणा  जितेंद्र बूरा. जित दूध दही का खाणा, यह है मेरा हरियाणा। कुश्ती, कबड्‌डी, पहलवानी, खेती और उद्योग में नाम चमकाने वाले हरियाणा में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने अपने हैरतअंगेज कारनामों से इंडिया बुक, लिम्का बुक और गिनीज बुक तक रिकॉर्ड दर्ज किए हैं। आइए जानें कुछ ऐसे ही लोगों के किस्से... एक परिवार के तीन सदस्यों के नाम गिनीज बुक में  फरीदाबाद का एक परिवार ऐसा है जिसके तीन सदस्यों के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हैं। विश्व राय चौधरी के नाम सबसे बड़ा  11  फीट और  11  इंच का पेन बनाने का रिकॉर्ड हैं। उन्होंने एक मिनट में  198  पुश - अप्स का रिकॉर्ड भी वर्ष  2007  में बनाया। उनकी पत्नी नीरजा राय चौधरी का नाम दुनिया की सबसे बड़ी कैंची बनाने के लिये दर्ज हुआ है। इससे पहले भी नीरजा का नाम  2009  में ऑक्सफोर्ड डिक्सनरी को याद करने के लिये गिनीज बुक में दर्ज हुआ था। इस बार विश्व राय चौधरी के साले अंजुल तोमर के नाम एक मिनट में अपने सिर से बिना हाथ लगाये  120  अंडे तोड़ने का र...